सिमरन करना है, तो डटकर चल,
थोड़ा दुनियां से हटकर चल,
दिखावे पर तो सभी चल लेते है,
कभी इतिहास को पलटकर चल,
बिना सिमरन के मुकाम कैसा ?
बिना मेहनत के, दाम कैसा ?
जब तक ना हाँसिल हो मंज़िल
तो राह में, राही आराम कैसा ?
अर्जुन सा, निशाना रख, मन में,
ना कोई बहाना रख !
लक्ष्य आत्मा का परमात्मा से मिलाने का सामने है, बस उसी पे अपना ठिकाना रख !!
सोच मत, साकार कर,
अपने कर्मो से प्यार कर !
मिलेगा तेरी मेहनत का फल,
किसी ओर का ना इंतज़ार कर !!
जो चले थे अकेले उनके पीछे आज सचखंड के मेले है ...
जो करते रहे आलस्य उनकी जिंदगी में आज भी झमेले है ... !!!!
Tuesday, 6 August 2019
daily quotes #29
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment